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क्या आपने दुनिया का सबसे ज्यादा काला रंग देखा है?दुनिया के सबसे काले चीज क्या है?

मनुष्यों ने 100% काला रंग देखने का सौभाग्य अभी तक प्राप्त नहीं किया है। अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर का आसमान काला तो दिखता है परंतु यह भी 100% ब्लैक नहीं होता क्योंकि सितारों की बिटकी रोशनी इस कालिमा को पाल देती है। तो फिर, हमारी दुनिया का 100% ब्लैक कलर कहाँ दिखेगा। दरअसल कहीं नहीं। हालांकि, 99.96% ब्लैक कलर आप अवश्य देख सकते हैं और यह कलर भी आपको दंग कर देगा। जी हाँ, यह रंग है हमारे वैज्ञानिकों द्वारा तैयार एक पदार्थ वान्टा ब्लैक(Vanta black) का जोकि इस पदार्थ का ट्रेड नाम है।  Vanta का अर्थ है- -  - vertically aligned carbon nanotube arrays(vanta)  यानी यह पदार्थ सीधी खड़ी नैनो ट्यूब की श्रृंखला से बनी है। कोई चीज तभी हमें दिखती है जब वह दृश्य-प्रकाश को परावर्तित(reflect) करती है, तो जाहिर है इस पदार्थ  का पेंट केवल 0.04% प्रकाश ही उत्सर्जित कर पाता है, शेष को अवशोषित कर लेता है,जिस कारण यह हमें काला दिखाई देता है।

ऐसे कोनसे देश है जहाँ एयरपोर्ट नहीं है?

  अपनी इसी दुनिया में ऐसे देश भी हैं जहाँ कोई एयरपोर्ट नहीं है? दुनिया मे पाँच देश हैं जिनमें हैलीपोर्ट तो होंगे मगर एयरपोर्ट नहीं हैं। इनमें सबसे छोटा वैटिकन सिटी तो है ही इतना छोटा कि पूरा देश भी विमानतल के लिए नाकाफी होगा। और इनमें सबसे बड़ा है ऐंडोरा (Andorra) । इन दोनों के अलावा तीन और देश भी हैं जिनका नाम है मोनाको (monaco), सैन मैरीनो (San marino)तथा लीरटेनस्टाइन(liechtenstein)। अब यह जानकर आपको निश्चय ही आश्चर्य हुआ होगा कि आज की तारीख में एयरपोर्ट-शून्य ये देश भी हमारी दुनिया में हैं। परंतु इससे बड़ा आश्चर्य तो यह है कि ये पाँचों देश यूरोप में अवस्थित हैं जोकि महाद्दीप अपनी तरक्की और प्रगति के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं, है कि नहीं? और हाँ, एयरपोर्ट की छोड़िये, बहुत देश ऐसे भी हैं जहां कि ट्रेन नहीं है, रेलवे नेटवर्क नहीं है।

आपने एशिया के ग्रे-ब्राऊन रंग के हाथी तो देखे होंगे मगर क्या आपने लाल रंग के हाथी देखे हैं?

हमने एशिया के ग्रे-ब्राउन रंग वाले हाथी देखे हैं  परंतु केन्या के हाथी सुर्ख लाल रंग वाले होते हैं। केन्या के सावो (tsavo) नेशनल पार्क में आपको हजारों सुर्ख लाल रंग वाले हाथी जरूर दिखेंगे।       पर सच यह है कि ये लाल हाथी आनुवंशिक लाल नहीं है, केन्या की नम लाल मिट्टी में हजारों बार लोट लगाने के कारण ये लाल हो गए हैं। जी हाँ, अब यह मिट्टी इनकी त्वचा में इतनी गहरी समा चुकी है कि पानी में नहाने के बाद भी ये हाथी लाल ही दिखते हैं। इन हाथियों के बच्चे लाल नहीं पैदा होते, यह बात तो स्पष्ट ही है।

क्या हो अगर हम कोला या बीयर जैसे पेय पदार्थो में कार्बन डाइऑक्साइड की जगह हीलियम गैस का उपयोग करें?

      प्रश्न : कोला या बियर जैसे पेय पदार्थों में कार्बन डाइऑक्साइड की जगह हीलियम गैस का उपयोग किया जा सकता है? उत्तर :  कुछ प्रयोग जरूर हुए हैं जिनमें हीलियम जैसी निष्क्रिय गैसों का इस्तेमाल इसलिए किया गया है कि कार्बन डाइऑक्साइड भारी व हानिकारक गैस है और यह गैस एसिडिटी भी पैदा करती है। लेकिन हीलियम के संग ये प्रयोग बिल्कुल असफल रहे हैं और बोतल खोलते ही यह गैस छूमंतर हो गई । इसके वैज्ञानिक कारण तो यही हैं कि हीलियम की घुलनशीलता इन पेयों में कार्बन डाइऑक्साइड के मुकाबले 700 गुना कम है। जीहाँ इतनी कम हीलियम में पेय पीने में वो सनसनी की ठंडी लहर आएगी नहीं आएगी जोकि सामान्यतः आती है। इतना ही नहीं, इस पेय को पीने से, आपकी आवाज भी लड़कियों जैसी निकलेगी, क्योंकि हीलियम गैस थोड़े समय के लिए गले पर अटैक करती है। लेकिन इससे कोई नुकसान नहीं होता।  

क्या आप जानते हैं कि शक्कर (sugar) जो कि 80% गन्ने से बनाई जाती है जिसके लिए भारत व ब्राजील मशहूर है। क्या आप जानते हैं कि बाकी 20% शक्कर किस चीज से पैदा होती है?

हम जानते हैं कि मुख्यतः शक्कर/चीनी (शुगर) गन्ने से बनाई जाती है लेकिन कि क्या आप इसके अलावा शक्कर किससे बनाई जाती है उसके बारे में जानते हैं?  दरअसल गन्ने के अलावा शक्कर 'शुगर बीट' (sugar beet) से भी बनती है। शुगर बीट भी चुंकदर परिवार (beta vulgaris) का सदस्य है। हम जो मीठा-लाल चुकंदर सब्जी-सलाद में खाते हैं उसमें केवल 10% हिस्सा ही शक्कर होती है जबकि कम गरमी वाले देशों में पैदा शुगर बीट रंग में सफेद मगर ज्यादा मीठा (20% शक्कर वाला) होता है। दुनिया के 70 देश गन्ने से चीनी बनाते हैं तो 40 देश शुगर बीट से ।  यह तो आप जानते हैं कि गन्ने से बनी शक्कर उत्पादन में ब्राजील और भारत टॉप पर हैं। शुगर बीट उत्पादन में रूस और फ्रांस जैसे देश टॉप पर हैं। सभी तरह की शुगर में रासायनिक तत्व सुक्रोज होता हैं जिसके कारण शुगर हमे मिठी लगती हैं।

क्या आप जानते है, शुरू में उग रहा टमाटर हरा होता है, फिर अचानक पककर सुर्ख लाल हो जाता है, क्या आप इसका कारण जानते हैं?

प्रश्न :  उग रहा टमाटर हरा होता है, फिर अचानक पककर सुर्ख लाल हो जाता है, क्या आप इसका कारण जानते हैं? उत्तर :   उगते टमाटर में हरा रंग यानी क्लोरोफिल तथा लाल रंग यानी लाइकोपीन, ये दोनों  मौजूद रहते हैं परंतु लाइकोपीन की कमी से शुरू में टमाटर हरा दिखता है। फिर मौसम बदलता है, क्लोरोफिल का विघटन होने लगता है, शुगर का स्तर ज्यादा और एसिड का स्तर कम होने लगता है। जिसके कारण अचानक ठोस हरा टमाटर गुलाबी-लाल स्पर्शसुख वाले टमाटर में बदल जाता हैं। विघटन से भी कुछ लाइकोपीन बनता है और लाइकोपीन अपने असली लाल रंग को प्रकट करता है,और टमाटर हरे से लाल रंग में परिवर्तित हो जाता हैं। 

क्या पृथ्वी की तरह चंद्रमा पर भी भूकंप आतेहैं, मगर क्‍यों?

प्रश्न : क्या पृथ्वी की तरह चंद्रमा पर भी भूकंप आते हैं, मगर क्‍यों?  उत्तर :            चन्द्रमा पर भी पृथ्वी की तरह भूकंप आते है, सन्‌  1972 में अपोलो यान ने चंद्रमा पर एक भूकंपमापी छोड़ा था जिसने अगले 5 वर्ष काम कर करीब 12,000 चंद्रकंप (moonquakes) रिकॉर्ड किए।  इन चंद्रकंपों में चंद्र सतह से 20 किलोमीटर नीचे पैदा चंद्रकंप भी थे और 700 किलोमीटर नीचे उत्पन्न चंद्रकंप भी।  चंद्रमा पर सूर्य-पृथ्वी-चंद्र के गुरुत्वों की अन्योन्यक्रिया तब स्ट्रॉग होती है जब चंद्रमा पृथ्वी के करीब हो या फिर पृथ्वी और सूर्य की लाइन में आ जाए। बड़े-बड़े उल्कापिंडों के गिरने से भी चंद्रकंप पैदा होते हैं। इसी प्रकार चंद्रमा पर बड़े ताप परिवर्तन भी चट्टानों को चटखाते रहते हैं। और कई कारण भी सुझाये गये हैं। रोचक तथ्य यह है कि चंद्रकंप कई मिनट रहते हैं जबकि भूकंपों का जीवन सेकंडों में सिमट जाता है।